दक्षिण-पश्चिम जिला पुलिस की सतर्कता: तीन साल से रह रहे बांग्लादेशी अवैध प्रवासी को किया गया वापस भेजा
1 min readतारीख: 05/01/2025
✳️ पलम गांव थाने की पुलिस द्वारा अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए अभियान शुरू किया गया।
✳️ तीन साल से दिल्ली में रह रहे एक बांग्लादेशी प्रवासी की पहचान कर उसे वापस भेजा गया।
✳️ अवैध प्रवासी के पास बांग्लादेशी दस्तावेज पाए गए।
दक्षिण-पश्चिम जिला पुलिस ने पलम गांव थाना क्षेत्र में अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों की पहचान के लिए अभियान चलाया। इस अभियान के दौरान मोहम्मद शहीदुल इस्लाम (पुत्र मोहम्मद सुलैमान प्रमाणिक, निवासी भटांडा, पोस्ट परुंजी, थाना दुबचाचिया, जिला बगोरा, बांग्लादेश) की पहचान की गई। यह व्यक्ति तीन साल से बिना वैध दस्तावेज के दिल्ली में रह रहा था। उसे गिरफ्तार कर कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) के माध्यम से बांग्लादेश भेज दिया गया।
अभियान और कार्रवाई:
राजधानी में अवैध प्रवासियों, खासकर बांग्लादेशी नागरिकों के बिना अनुमति निवास के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए दक्षिण-पश्चिम जिला पुलिस ने इस दिशा में कड़ी कार्रवाई शुरू की है।
पलम गांव थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुधीर कुमार गुलिया के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें एसआई मुकुल त्यागी, एएसआई रवि लांबा, एचसी सुनील, एचसी रिधा, एचसी प्रवीन और एचसी संदीप शामिल थे। यह टीम एसीपी दिल्ली कैंट श्री अनिल कुमार शर्मा की निगरानी में काम कर रही थी। टीम को दिन-रात गश्त करने और संवेदनशील क्षेत्रों में अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए तैनात किया गया।
गश्त के दौरान टीम को एक गुप्त सूत्र से जानकारी मिली कि मंगलापुरी में एक व्यक्ति, जो अवैध रूप से रह रहा था, रहने का स्थान खोज रहा है। सूत्र की निशानदेही पर पुलिस ने संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ की। जब उससे पहचान के दस्तावेज मांगे गए, तो वह वैध भारतीय दस्तावेज पेश करने में असफल रहा और उसने स्वीकार किया कि वह तीन साल पहले भारत में अवैध रूप से घुसा था। उसके पास केवल बांग्लादेशी दस्तावेजों की फोटोकॉपी मिली।
व्यक्ति को पुलिस स्टेशन लाया गया, जहां पूरी जांच और कानूनी प्रक्रिया के बाद उसे विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) के माध्यम से बांग्लादेश वापस भेज दिया गया।
संदेश:
यह कार्रवाई दक्षिण-पश्चिम जिला पुलिस की अवैध प्रवासियों के प्रति “ज़ीरो टॉलरेंस” नीति और कानून व्यवस्था बनाए रखने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इस तरह के सतर्क कदम न केवल जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं, बल्कि कानून प्रवर्तन में समुदाय के विश्वास को भी मजबूत करते हैं।
पुलिस ने यह भी बताया कि ऐसे और अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए अभियान जारी रहेगा।
स्वदेश प्रेम/दिल्ली