साइबर अपराध: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दुरुपयोग, महिला के उत्पीड़न का आरोपी गिरफ्तार
1 min readस्वदेश प्रेम/दिल्ली
शान मोहम्मद सिद्दीकी
नई दिल्ली: साइबर अपराधों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का दुरुपयोग बढ़ता जा रहा है। दिल्ली के हर्ष विहार क्षेत्र से एक युवक को महिला के अश्लील तस्वीरें बनाकर ब्लैकमेल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी दक्षिण पश्चिम जिले की साइबर पुलिस द्वारा की गई, जिसने एक प्रभावी कार्रवाई के तहत आरोपी को पकड़ने में सफलता प्राप्त की।
घटना का विवरण
पीड़िता, एक कॉलेज छात्रा, ने 6 जनवरी 2025 को साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के अनुसार, एक अज्ञात व्यक्ति ने पीड़िता को एक फर्जी इंस्टाग्राम आईडी से संपर्क किया, जो खुद को महिला बता रहा था। उसने पीड़िता की विश्वास में लेकर उसकी तस्वीरों को AI ऐप के जरिए अश्लील रूप में परिवर्तित किया और फिर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। आरोपी ने धमकी दी कि अगर उसकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो वह पीड़िता की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा।
इस मामले ने पीड़िता को गहरे मानसिक दबाव में डाल दिया। उसने अपने माता-पिता को घटना की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।
जांच और गिरफ्तारी
जांच के दौरान, पुलिस ने आरोपी के इंस्टाग्राम चैट्स का विश्लेषण किया। तकनीकी डेटा और मेटा (Meta) की जानकारी के आधार पर आरोपी का मोबाइल नंबर और लोकेशन ट्रेस की गई। पुलिस ने यह भी पाया कि आरोपी ने एक QR कोड के जरिए पीड़िता से पैसे मांगने का प्रयास किया था। QR कोड की जानकारी से आरोपी के हर्ष विहार, नंद नगरी में मौजूद होने का पता चला।
पुलिस की टीम, जिसमें महिला उप-निरीक्षक प्रियंका और हेड कांस्टेबल विनोद शामिल थे, ने साइबर पुलिस स्टेशन के एसएचओ और एसीपी/ऑप्स के नेतृत्व में छापा मारा और आरोपी निखिल (पुत्र महेंद्र सिंह) को गिरफ्तार किया।
आरोपी का प्रोफाइल
आरोपी निखिल ने केवल 8वीं कक्षा तक पढ़ाई की है और वर्तमान में बेरोजगार है। उसने बताया कि वह दोस्तों के साथ पार्टी करने का शौक रखता है। 2023 में उसने एक फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया, जिसे वह शुरू में मनोरंजन के लिए उपयोग करता था। बाद में उसने पीड़ितों को ब्लैकमेल करने के लिए इस अकाउंट का इस्तेमाल करना शुरू किया।
आरोपी ने पीड़िता की इंस्टाग्राम प्रोफाइल से फोटो लेकर AI ऐप के जरिए उसे अश्लील रूप में बदल दिया। उसने एक बार देखने योग्य (One-Time View) फोटो भेजकर पीड़िता को ब्लैकमेल किया।
बरामदगी
1.अपराध में उपयोग किया गया एक स्मार्टफोन।
निष्कर्ष
यह मामला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के बढ़ते दुरुपयोग और साइबर अपराध के बढ़ते खतरों को उजागर करता है। पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल पीड़िता को न्याय दिलाया है, बल्कि साइबर अपराधियों को भी चेतावनी दी है कि ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई होगी।
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