मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना: 479 जोड़ों का सफलतापूर्वक विवाह संपन्न
1 min readस्वदेश प्रेम ब्यूरो चीफ उत्तर प्रदेश
गोंडा: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत जिले में 479 जोड़ों का विवाह सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह आयोजन रायल पैराडाइज मैरिज हॉल में बड़े ही सुचारू और सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम ने न केवल गरीब और जरूरतमंद परिवारों को राहत पहुंचाई, बल्कि सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना के प्रति विश्वास भी बढ़ाया।
विवाह में भागीदारी और पंजीकरण
जनपद गोंडा के सभी विकासखंडों, नगरपालिका परिषद और नगर पंचायतों से कुल 674 जोड़ों ने पंजीकरण कराया था। इनमें से 479 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ। इनमें 49 जोड़ों का विवाह इस्लामिक पद्धति से और शेष का हिन्दू रीति-रिवाज से संपन्न हुआ।
सुरक्षा और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान
कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन द्वारा हर पहलू पर ध्यान दिया गया। मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन के निर्देशन में बिजली, भोजन, और अन्य व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के लिए संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई।
•भोजन की गुणवत्ता: खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित की गई।
•सुरक्षा व्यवस्था: टेंट और अन्य व्यवस्थाओं की सुरक्षा के लिए अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी को जिम्मेदारी दी गई।
•उपहार सामग्री: उपहारों की गुणवत्ता जांचने के लिए पांच सदस्यीय समिति गठित की गई।
सरकार का योगदान और सहायता
सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत सरकार प्रत्येक जोड़े पर ₹51,000 का व्यय करती है। इसमें ₹10,000 की उपहार सामग्री, जैसे चांदी की पायल और बिछिया, स्टील का डिनर सेट, प्रेशर कुकर, कपड़े, दीवार घड़ी और सौंदर्य किट शामिल हैं। विवाह के बाद ₹35,000 कन्या के खाते में सीधे जमा किए जाते हैं, जबकि ₹6,000 आयोजन की व्यवस्था पर खर्च किए जाते हैं।
मुख्य अतिथि का संबोधन
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, केंद्रीय राज्यमंत्री श्री कीर्तिवर्धन सिंह ने विवाह मंडप में उपस्थित जोड़ों को आशीर्वाद दिया और उनके सुखद वैवाहिक जीवन की कामना की। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार गरीबों की बेटियों के हाथ पीले करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी, चाहे वह किसी भी जाति या धर्म से संबंधित हों।”
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन, परियोजना निदेशक चंद्र शेखर, डीसी एनआरएलएम जेएन राव, डीसी मनरेगा जनार्दन प्रसाद, जिला समाज कल्याण अधिकारी राजेश चौधरी और नगर पालिका परिषद गोंडा के अधिशासी अधिकारी सहित सभी विकासखंडों के खंड विकास अधिकारी उपस्थित थे।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए एक बड़ी राहत है। इस योजना ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सम्मानजनक तरीके से बेटियों की शादी कराने का अवसर प्रदान किया है। इस प्रकार के आयोजनों से न केवल सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा मिलता है, बल्कि समाज में समावेशी विकास का मार्ग भी प्रशस्त होता है।