22 जनवरी को होगा ‘दैनिक तिरछी नज़र’ समाचार पत्र का विमोचन: एक नई शुरुआत का शुभारंभ
1 min readस्वदेश प्रेम/ दिल्ली
पत्रकारिता के क्षेत्र में एक नई क्रांति और सत्य पर आधारित निष्पक्ष रिपोर्टिंग के वादे के साथ ‘दैनिक तिरछी नज़र’ समाचार पत्र का विमोचन 22 जनवरी को दिल्ली के निर्माण विहार स्थित ट्रिपल एस में होगा। यह अवसर न केवल पत्रकारिता जगत के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण होगा, बल्कि इसने समाज के हर वर्ग की समस्याओं को उजागर करने और उनकी आवाज़ को सशक्त बनाने का संकल्प लिया है।
‘दैनिक तिरछी नज़र’ के संपादक फारुक मंसूरी ने इस ऐतिहासिक अवसर पर कई महान हस्तियों को आमंत्रित किया है। समारोह में पत्रकारिता, साहित्य, राजनीति और सामाजिक कार्यक्षेत्र से जुड़े दिग्गजों की उपस्थिति की उम्मीद है, जो इस आयोजन को और भी खास बनाएगी। यह विमोचन समारोह पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के उद्देश्य को रेखांकित करेगा।
फारुक मंसूरी का मानना है कि पत्रकारिता केवल खबरों को प्रस्तुत करने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह समाज की सच्चाई और वास्तविक मुद्दों को सामने लाने का एक सशक्त जरिया है। इस दिशा में ‘दैनिक तिरछी नज़र’ का विमोचन एक महत्वपूर्ण कदम है, जो निडर और पारदर्शी पत्रकारिता को बढ़ावा देगा। समाज की आवाज़ बनेगा ‘दैनिक तिरछी नज़र’
समाचार पत्र का मुख्य उद्देश्य समाज के आम नागरिकों की आवाज़ को सशक्त बनाना और उनकी समस्याओं को नीति-निर्माताओं तक पहुंचाना है। चाहे वह सामाजिक असमानता हो, शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दे हों, या फिर भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाने का सवाल हो, ‘दैनिक तिरछी नज़र’ इन सभी मुद्दों को प्राथमिकता देगा। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में न केवल ‘दैनिक तिरछी नज़र’ का विमोचन होगा, बल्कि इसमें समाज के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाले महानुभावों को सम्मानित करने की भी योजना है। इसके साथ ही, पत्रकारिता की वर्तमान चुनौतियों और भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा के लिए एक परिचर्चा का भी आयोजन होगा।‘दैनिक तिरछी नज़र’ के संपादक फारुक मंसूरी ने पत्रकारिता के क्षेत्र में एक नई पहचान बनाई है। उनकी लेखनी हमेशा सच्चाई के पक्ष में रही है, और उन्होंने समाज के हाशिये पर खड़े लोगों की आवाज़ को बुलंद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनका यह प्रयास पत्रकारिता को एक नई दिशा और दशा प्रदान करेगा।