गंदे नाले से गुजरने को मजबूर जनता: प्रशासनिक उदासीनता और राजनीतिक वादाखिलाफी का नतीजा
1 min readस्वदेश प्रेम/दिल्ली
दिल्ली के श्री राम कॉलोनी वार्ड नंबर 246 में स्थित इलाकों में, जहां कई सरकारी विभागों के कार्यालय, दिल्ली पुलिस का थाना खजूरी खास, बिजली विभाग और एमसीडी के कार्यालय मौजूद हैं, स्थानीय जनता और लाखों राहगीरों को बदहाल स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। मुख्य सड़क पर गंदे नाले का बहाव जनता के लिए न केवल असुविधाजनक बल्कि अपमानजनक भी है।
जनता की दुर्दशा
यहां से गुजरने वाले आम नागरिकों, पुलिसकर्मियों और सरकारी कर्मचारियों को अपनी ड्यूटी निभाने के लिए इस गंदे नाले से होकर जाना पड़ता है। सीआरपीएफ कैंप का गंदा पानी सीधे इस इलाके में छोड़ा जा रहा है, जिससे समस्या और भी विकराल हो गई है। सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों की लगातार अनदेखी के कारण लोगों का जीवन कष्टमय हो गया है।
राजनीतिक वादों की हकीकत
दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को “झीलों का शहर” बनाने का वादा किया था, लेकिन यह वादा जमीनी हकीकत से कोसों दूर है। दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय विधायक, जिन्हें “हिंदू हृदय सम्राट” कहा जाता है, भी इस समस्या के समाधान में असफल साबित हुए हैं। चुनावों के दौरान किए गए बड़े-बड़े वादे चुनाव खत्म होते ही धरे रह जाते हैं।
प्रभावित विभाग और प्रशासनिक बाधाएं
इस समस्या का असर न केवल जनता पर बल्कि सरकारी कार्यों पर भी पड़ रहा है। थाने और अन्य सरकारी दफ्तरों तक पहुंचने के लिए लोगों को इन्हीं गंदे नालों से होकर गुजरना पड़ता है। पुलिसकर्मी, जिनकी ड्यूटी जनता की सेवा और सुरक्षा के लिए होती है, खुद इन असुविधाओं से जूझ रहे हैं। संबंधित विभागों—एमसीडी, जल बोर्ड और अन्य सरकारी एजेंसियों—की निष्क्रियता ने इस स्थिति को और बदतर बना दिया है।
समस्या का समाधान और मांग
इस गंभीर समस्या का समाधान निकाला जाना अत्यावश्यक है। जनता की ओर से संबंधित विभागों, स्थानीय विधायक और दिल्ली सरकार से निम्नलिखित मांगें की जाती हैं:
1. गंदे नाले की सफाई और जल निकासी की व्यवस्था: इस नाले को तुरंत साफ कर जल निकासी की उचित व्यवस्था की जाए।
2. सीआरपीएफ कैंप का गंदा पानी रोकना: सीआरपीएफ कैंप के गंदे पानी को सीधे नाले में छोड़ने पर रोक लगाई जाए और वैकल्पिक समाधान निकाला जाए।
3. स्थायी ढांचा निर्माण: इस क्षेत्र में स्थायी सड़कों और नालों का निर्माण किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके।
4. जनता के लिए संवाद मंच: जनता की शिकायतों के समाधान के लिए एक हेल्पलाइन या स्थानीय कार्यालय स्थापित किया जाए।
यह लेख दिल्ली सरकार, स्थानीय विधायक और संबंधित विभागों से आग्रह करता है कि वे इस गंभीर समस्या का तुरंत समाधान करें। जनता ने आप और भाजपा दोनों को मौका दिया है, लेकिन उनके वादों पर अब अमल करने का समय आ गया है। अगर समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो यह जनता के आक्रोश का कारण बन सकता है और भविष्य के चुनावों में पार्टियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
जनता का धैर्य अब जवाब दे रहा है। दिल्ली को साफ-सुथरा और सुगम बनाने की दिशा में त्वरित कदम उठाना अनिवार्य है।