हर्ष विहार पुलिस ने बंधक बनाकर जबरन वसूली करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया
1 min readस्वदेश प्रेम/दिल्ली
दिल्ली के हर्ष विहार थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए जबरन वसूली और बंधक बनाने के एक गंभीर मामले का खुलासा किया है। यह घटना 8 जनवरी 2024 को सामने आई जब एक व्यक्ति ने थाना हर्ष विहार में शिकायत दर्ज कराई। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह एक डेटिंग ऐप ‘टिंडर’ पर सक्रिय है, जहां उसकी बातचीत एक व्यक्ति अंकित नामक युवक से हुई।
कैसे हुआ घटना का खुलासा?
शिकायतकर्ता ने बताया कि अंकित ने उसे गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन बुलाया और वहां से उसे बी-ब्लॉक, प्रताप नगर स्थित एक घर में ले गया। वहां अंकित ने उसे कपड़े उतारने के लिए प्रेरित किया। जैसे ही उसने कपड़े उतारे, चार और लोग कमरे में घुस आए और उसे धमकाने लगे। इन आरोपियों ने उसका मोबाइल फोन छीन लिया और जबरन उसके बैंक खाते का पासवर्ड मांगा। इसके बाद आरोपियों ने उसके तीन खातों से करीब 1.25 लाख रुपये अपने विभिन्न खातों में ट्रांसफर कर लिए।
इसके बाद पीड़ित को बंधक बनाकर रखा गया। शिकायत के आधार पर थाना हर्ष विहार में एफआईआर नंबर 40/2025 धारा 308(2)/127(2)/3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया और तुरंत जांच शुरू की गई।
पुलिस की कार्रवाई
थाना प्रभारी इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें एसआई नितिन कुमार, एचसी आशीष, एचसी अंकित और कांस्टेबल दीपक शामिल थे। तकनीकी निगरानी और स्थानीय खुफिया जानकारी के माध्यम से टीम ने आरोपियों को पकड़ने में सफलता पाई।
गिरफ्तार आरोपी
पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक किशोर भी शामिल है।
1.अर्जुन (24 वर्ष), निवासी लोनी, गाजियाबाद। (पूर्व में डकैती के एक मामले में शामिल)।
2.नितिन (23 वर्ष), निवासी लोनी, गाजियाबाद। (पूर्व में डकैती के एक मामले में शामिल)।
3.आकाश (24 वर्ष), निवासी सबोली, दिल्ली। (पिछले चार मामलों में शामिल: हत्या के प्रयास, डकैती और मारपीट)।
4.फैजान उर्फ बिट्टू (19 वर्ष), निवासी सबोली, दिल्ली।
5.एक किशोर (17 वर्ष)।
सबूतों की बरामदगी
गहन पूछताछ के दौरान, शिकायतकर्ता का मोबाइल फोन आरोपी नितिन उर्फ आकाश उर्फ मच्छर के पास से बरामद किया गया।
आगे की जांच जारी
पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपियों के अन्य अपराधों में संलिप्तता है या नहीं।
इस सफलता के लिए उत्तर पूर्वी दिल्ली पुलिस उपायुक्त अश्विनी मिश्रा ने जांच टीम की सराहना की और कहा कि इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए पुलिस पूरी तत्परता के साथ काम कर रही है।
निष्कर्ष
यह घटना दर्शाती है कि किस तरह डेटिंग ऐप्स के माध्यम से अपराधी निर्दोष लोगों को जाल में फंसा रहे हैं। पुलिस ने समय रहते कार्रवाई कर न केवल आरोपियों को गिरफ्तार किया, बल्कि पीड़ित को न्याय दिलाने का प्रयास किया है।