विशेष साक्षात्कार: दिल्ली प्रदेश महासचिव, एसडीपीआई, एच.एम. हाशिम मलिक के साथ स्वदेश प्रेम न्यूज़ चैनल की रिपोर्टर निशा खान द्वारा विशेष बातचीत
1 min readदिल्ली प्रदेश महासचिव, एसडीपीआई (सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया), एच.एम. हाशिम मलिक ने हाल ही में स्वदेश प्रेम न्यूज़ चैनल को एक विशेष साक्षात्कार दिया। इस साक्षात्कार में उन्होंने संभल मामले और दिल्ली की विभिन्न जन समस्याओं पर खुलकर अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने न केवल मुस्लिम समुदाय के हितों की बात की, बल्कि समाज में बढ़ती असमानता, प्रशासनिक विफलता और संवैधानिक अधिकारों के हनन पर भी जोर दिया।
रिपोर्टर (निशा खान): हाल ही में संभल में हुई घटनाओं को लेकर विवाद खड़ा हुआ है। एसडीपीआई इस मुद्दे को कैसे देखती है और आपकी पार्टी की क्या प्रतिक्रिया है?
एच.एम. हाशिम मलिक: संभल की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक है। हमें समझना चाहिए कि हमारा संविधान हर नागरिक को समान अधिकार प्रदान करता है। लेकिन जब किसी समुदाय, विशेष रूप से मुसलमानों के साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार होता है, तो यह केवल संवैधानिक मूल्यों पर आघात नहीं है, बल्कि समाज की एकता और सद्भाव पर भी हमला है। एसडीपीआई हमेशा से संवैधानिक दायरे में रहते हुए मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध रही है।
हमारी पार्टी ने इस घटना का गहराई से अध्ययन किया है। हमने पाया है कि प्रशासनिक विफलता ने इस स्थिति को और बिगाड़ा। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इस मामले में न्याय हो और दोषियों को सजा मिले। इसके लिए, हम प्रशासन और कानूनी विशेषज्ञों से संपर्क कर रहे हैं।
रिपोर्टर: दिल्ली जैसे महानगर में बढ़ती समस्याएं—जैसे शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, और सामाजिक असमानता—पर एसडीपीआई का दृष्टिकोण क्या है?
एच.एम. हाशिम मलिक : दिल्ली देश की राजधानी है, लेकिन यहां की समस्याएं इसे एक विकसित शहर कहलाने से रोकती हैं।
•शिक्षा: सरकार का दावा है कि दिल्ली के सरकारी स्कूल बेहतर हो रहे हैं, लेकिन हकीकत यह है कि इन स्कूलों में बुनियादी ढांचे और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कमी है।
•स्वास्थ्य सेवाएं: मोहल्ला क्लीनिक एक अच्छा विचार था, लेकिन इनकी संख्या और सेवाओं में सुधार की आवश्यकता है।
•रोजगार: बेरोजगारी दर बढ़ रही है। विशेष रूप से अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं को रोजगार में अवसर नहीं मिल रहे।
•महिलाओं की सुरक्षा: महिलाओं की सुरक्षा के लिए दिल्ली अब भी असुरक्षित है।
हम मानते हैं कि केवल घोषणाएं करना काफी नहीं है। समस्याओं को जड़ से खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
रिपोर्टर: मुस्लिम समुदाय को लेकर बढ़ती असुरक्षा पर आपकी राय क्या है?
एच.एम. हाशिम मलिक : आज के समय में, मुस्लिम समुदाय को सुरक्षा और सम्मान की जरूरत है। लगातार घटनाओं से उनके मन में डर बैठ रहा है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक विशेष समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। हमारी पार्टी मांग करती है कि सरकार ऐसे मामलों में त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई करे।
रिपोर्टर: आपकी पार्टी उन लोगों को क्या संदेश देना चाहती है जो समाज में सांप्रदायिकता फैला रहे हैं?
एच.एम. हाशिम मलिक : हमारा संदेश स्पष्ट है—भारत एक विविधता से भरा हुआ देश है। यह हमारी ताकत है, कमजोरी नहीं। जो लोग सांप्रदायिकता फैलाते हैं, वे देश की एकता को कमजोर कर रहे हैं। हमें हर धर्म, जाति, और समुदाय को समान रूप से देखना होगा। एसडीपीआई का उद्देश्य है कि समाज में भाईचारा बढ़े और हर नागरिक को उसके अधिकार मिले।
रिपोर्टर: अंत में, आप सरकार और प्रशासन से क्या मांग करना चाहेंगे?
एच.एम. हाशिम मलिक : हमारी सबसे पहली मांग है कि प्रशासन निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम करे।
1.संभल मामले में त्वरित जांच: पीड़ितों को न्याय और दोषियों को सजा मिले।
2.मुसलमानों के हितों की सुरक्षा: प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मुसलमानों को डर के माहौल में न रहना पड़े।
3.दिल्ली की समस्याओं का समाधान: शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर प्राथमिकता से काम किया जाए।
रिपोर्टर: स्वदेश प्रेम न्यूज़ के माध्यम से आप जनता को क्या संदेश देना चाहेंगे?
एच.एम. हाशिम मलिक : मेरा संदेश यही है कि हमें एकता बनाए रखनी है। यदि किसी समुदाय के साथ अन्याय होता है, तो हमें मिलकर उसकी आवाज बननी चाहिए। संविधान ने हमें समानता का अधिकार दिया है, और इसे बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है।
रिपोर्टर: धन्यवाद,एच.एम. हाशिम मलिक जी। आपकी बातों से समाज में जागरूकता बढ़ेगी।
एच.एम. हाशिम मलिक : धन्यवाद। स्वदेश प्रेम न्यूज़ का आभार, जो ऐसे मुद्दों को उजागर कर रहा है।