लोक समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट गौरी शंकर शर्मा से विशेष साक्षात्कार
1 min readस्वदेश प्रेम ,सावांदाता
लोक समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट गौरी शंकर शर्मा ने केंद्र और दिल्ली सरकार की नीतियों पर तीखा हमला किया। उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य, निजीकरण, और न्यायपालिका की कोलेजियम व्यवस्था जैसे मुद्दों पर सरकारों को कटघरे में खड़ा किया। साथ ही, उन्होंने वन नेशन वन इलेक्शन, ईवीएम से चुनाव और धार्मिक स्थलों पर बने कानूनों को लेकर गंभीर सवाल उठाए।
सवाल 1: दिल्ली सरकार की ₹2100 की महिला सम्मान निधि योजना को आप किस दृष्टि से देखते हैं?
गौरी शंकर शर्मा:
“यह योजना सिर्फ चुनावी लाभ के लिए बनाई गई है। ₹2100 की मामूली राशि से महिलाओं का सशक्तिकरण संभव नहीं है। यह केवल दिखावे की राजनीति है।”
उन्होंने आगे कहा, “महिलाओं को वास्तविक सशक्तिकरण के लिए शिक्षा, स्वरोजगार और कौशल विकास के अवसर चाहिए। सरकार को महिलाओं के लिए ब्याजमुक्त ऋण और छोटे व्यवसाय शुरू करने की सुविधाएं देनी चाहिए। लेकिन वर्तमान योजना उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के बजाय, सरकार पर निर्भर बना रही है।”
सवाल 2: देश में बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी पर आपकी क्या राय है?
गौरी शंकर शर्मा:
“महंगाई और बेरोजगारी ने आम जनता का जीवन दूभर कर दिया है। पेट्रोल-डीजल, खाद्य पदार्थ और दवाइयों के दाम आसमान छू रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकारें बड़े उद्योगपतियों के हितों को साधने में लगी हैं, जबकि गरीब और मध्यम वर्ग महंगाई से त्रस्त है।”
उन्होंने मांग की कि सरकारें महंगाई पर काबू पाने के लिए आवश्यक वस्तुओं पर सब्सिडी लागू करें और बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिए ठोस योजनाएं बनाएं।
“हमारी पार्टी ‘रोजगार गारंटी योजना’ लागू करेगी, जिसमें हर युवा को रोजगार या स्वरोजगार के लिए आर्थिक मदद दी जाएगी। बिना रोजगार के देश का विकास असंभव है।”
सवाल 3: शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में दिल्ली सरकार के कामों पर आपकी क्या राय है?
गौरी शंकर शर्मा:
“दिल्ली सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य पर करोड़ों खर्च करने का दावा करती है, लेकिन यह केवल विज्ञापन की राजनीति है।”
उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में आज भी शिक्षकों और संसाधनों की भारी कमी है। सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिल रही हैं।
“सरकारें निजीकरण को बढ़ावा देकर शिक्षा और स्वास्थ्य को महंगा और आम आदमी की पहुंच से बाहर बना रही हैं। लोक समाज पार्टी का वादा है कि हम शिक्षा और स्वास्थ्य को पूरी तरह मुफ्त और सुलभ बनाएंगे। दिल्ली में एक ‘स्वास्थ्य क्रांति अभियान’ की शुरुआत की जाएगी, ताकि गरीबों को बेहतर इलाज मिल सके।”
सवाल 4: न्यायपालिका की कोलेजियम व्यवस्था पर आपकी क्या राय है?
गौरी शंकर शर्मा:
“कोलेजियम व्यवस्था न्यायपालिका को एक बंद क्लब बना रही है। इसमें पारदर्शिता और जवाबदेही की भारी कमी है।”
उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था से योग्य और ईमानदार युवाओं के अवसर सीमित हो गए हैं। “जजों की नियुक्ति के लिए एक स्वतंत्र आयोग बनाया जाना चाहिए, जिसमें न्यायपालिका, कार्यपालिका और सिविल सोसायटी के प्रतिनिधि हों। जनता का विश्वास न्यायपालिका में तभी लौटेगा, जब इसकी प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष होगी।”
सवाल 5: ईवीएम बनाम बैलेट पेपर से चुनाव के मुद्दे पर आपकी पार्टी का क्या रुख है?
गौरी शंकर शर्मा:
“ईवीएम पर जनता का विश्वास खत्म हो गया है। बार-बार गड़बड़ियों की खबरें आने से लोकतंत्र कमजोर हो रहा है। बैलेट पेपर से चुनाव कराना पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा और जनता का विश्वास बहाल करेगा।”
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार नहीं करती है, तो लोक समाज पार्टी बड़े आंदोलन की शुरुआत करेगी।
सवाल 6: वन नेशन वन इलेक्शन की नीति पर आपकी क्या राय है?
गौरी शंकर शर्मा:
“वन नेशन वन इलेक्शन का विचार लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। यह राज्यों की स्वायत्तता और संघीय ढांचे को कमजोर करेगा।”
उन्होंने कहा कि एक साथ चुनाव कराने से क्षेत्रीय मुद्दों और जनता की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जाएगा। साथ ही, इससे सत्ता का केंद्रीकरण होगा, जो लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।
सवाल 7: निजीकरण और धार्मिक स्थलों के कानूनों पर आपकी क्या टिप्पणी है?
गौरी शंकर शर्मा:
“निजीकरण देश के संसाधनों को चंद उद्योगपतियों के हाथों में सौंपने का माध्यम बन गया है। रेलवे, बैंक, और अन्य सार्वजनिक क्षेत्रों को बेचा जा रहा है, जिससे आम जनता पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ रहा है।”
धार्मिक स्थलों पर बने कानूनों को लेकर उन्होंने कहा, “सरकारें धार्मिक स्थलों पर राजनीति कर रही हैं। इससे न केवल समाज में विभाजन बढ़ रहा है, बल्कि संविधान की धर्मनिरपेक्षता भी खतरे में है।”
सवाल 8: गरीबों, मजदूरों और झुग्गीवासियों के लिए आपकी पार्टी की क्या योजनाएं हैं?
गौरी शंकर शर्मा:
“लोक समाज पार्टी गरीबों और मजदूरों की पार्टी है। हम मुफ्त राशन योजना, झुग्गी-झोपड़ी पुनर्वास योजना और मजदूर कल्याण बोर्ड की स्थापना करेंगे। हर गरीब को मुफ्त आवास, बीमा और पेंशन का लाभ दिया जाएगा।”
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी समाज के सबसे कमजोर वर्ग के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
अंतिम सवाल: जनता के लिए आपका संदेश क्या है?
गौरी शंकर शर्मा:
“जनता को सरकारों की खोखली नीतियों और जुमलेबाजी से सावधान रहना चाहिए। महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर सरकारों को जवाबदेह बनाएं।”
“लोक समाज पार्टी आपके अधिकारों के लिए लड़ रही है। हमारा उद्देश्य एक ऐसी राजनीति करना है, जो गरीब, मजदूर और मध्यम वर्ग के हित में हो। हम जनता से अपील करते हैं कि वे हमारे साथ जुड़ें और एक नई व्यवस्था की शुरुआत करें।”
अंतिम संदेश: “यह समय संघर्ष और बदलाव का है। एक नई राजनीति और नई व्यवस्था का निर्माण आपकी भागीदारी से ही संभव है। आइए, हम मिलकर एक बेहतर देश और समाज का निर्माण करें।”
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