दिल्ली के दयालपुर में अवैध हुक्काबार: नशे और अश्लीलता से बर्बाद हो रहा युवाओं का भविष्य
1 min readस्वदेश प्रेम / दिल्ली
31 दिसंबर 2024 ,
नई दिल्ली। राजधानी के दयालपुर थाना क्षेत्र में एक बड़े अवैध हुक्काबार का पर्दाफाश हुआ है, जो समाज और युवाओं के भविष्य को अंधकारमय बनाने की गवाही देता है। ‘स्कूनर कैफे’ के नाम से संचालित इस अवैध अड्डे में न केवल कानून का खुला उल्लंघन हो रहा है, बल्कि किशोरों और युवाओं को नशे का आदी बनाया जा रहा है।
कैफे में नशा और अश्लीलता का अड्डा
स्थानीय निवासियों के अनुसार, ‘स्कूनर कैफे’ में खुलेआम शराब, हुक्के और अन्य नशीले पदार्थ परोसे जा रहे हैं। इसके साथ ही, कैफे में नियमित रूप से अश्लील डांस पार्टियों का आयोजन होता है, जिसमें युवा लड़के-लड़कियां शामिल होते हैं। इन पार्टियों के माध्यम से न केवल नशे का प्रचार किया जा रहा है, बल्कि अश्लीलता की सभी हदें पार की जा रही हैं।
पुलिस और विभागों की संदिग्ध भूमिका
यह सवाल बेहद गंभीर है कि दयालपुर थाना क्षेत्र में ऐसा अवैध कारोबार कैसे संचालित हो रहा है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि ‘स्कूनर कैफे’ बीट अफसर ललित और थाना स्तर पर अधिकारियों के संरक्षण में चल रहा है। लगातार शिकायतों के बावजूद, पुलिस और संबंधित विभागों की निष्क्रियता उनकी भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
कानून का उल्लंघन और दंडनीय अपराध
‘स्कूनर कैफे’ का संचालन कई कानूनी धाराओं का उल्लंघन करता है:
1.COTPA 2003 (सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम):
•धारा 4: सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर रोक।
•धारा 6: बच्चों को तंबाकू उत्पाद बेचने पर प्रतिबंध।
•धारा 21: इन प्रावधानों के उल्लंघन पर सख्त दंड।
2.भारतीय दंड संहिता (IPC):
•धारा 268: सार्वजनिक उपद्रव।
•धारा 290: सार्वजनिक असुविधा के लिए दंड।
•धारा 294: अश्लील कृत्य और गानों के लिए दंड।
इन धाराओं के तहत ‘स्कूनर कैफे’ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अनिवार्य है।
युवाओं का भविष्य खतरे में
यह अवैध हुक्काबार युवाओं और किशोरों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। नशे की लत उन्हें उनके करियर, शिक्षा और सामाजिक जिम्मेदारियों से दूर कर रही है। इस तरह की गतिविधियां न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन को बर्बाद कर रही हैं, बल्कि समाज को भी अपराध और असामाजिक गतिविधियों की ओर धकेल रही हैं।
प्रशासन और सरकार से अपील
स्वदेश प्रेम न्यूज़ प्रशासन, दिल्ली पुलिस, और संबंधित विभागों से यह सवाल पूछता है कि आखिर क्यों स्थानीय स्तर पर ऐसी अवैध गतिविधियों को अनदेखा किया जा रहा है। सरकार और प्रशासन से मांग है:
•स्कूनर कैफे को तुरंत बंद कराया जाए।
•इसमें लिप्त सभी अधिकारियों और संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
•युवाओं को नशे और अपराध के दलदल में जाने से बचाने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं।
समाज की भूमिका
समाज के हर नागरिक की यह जिम्मेदारी है कि वह ऐसी अवैध गतिविधियों के खिलाफ आवाज उठाए। युवाओं को नशे की गिरफ्त से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक है। यह लड़ाई केवल कानून और प्रशासन की नहीं है, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है।
स्वदेश प्रेम न्यूज़ की अपील:
देश का युवा ही उसका भविष्य है। यदि हम आज युवाओं को इस नशे और अपराध के जाल से बचाने में असफल होते हैं, तो यह समाज और प्रशासन की सबसे बड़ी असफलता होगी। आइए, मिलकर इस लड़ाई को लड़ें और अपने समाज को नशा मुक्त और स्वस्थ बनाएं।
स्वदेश प्रेम न्यूज़ की विशेष रिपोर्ट।