दिल्ली में प्रदूषण पर सख्ती: अब पीसीआर वैन और स्थानीय पुलिस भी काटेंगी चालान
1 min readस्वदेश प्रेम सावांदाता
दिल्ली, 27 नवंबर 2024
दिल्ली में खतरनाक स्तर तक पहुंच चुके दमघोंटू प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट की कड़ी फटकार के बाद दिल्ली पुलिस ने सख्त कदम उठाते हुए प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर शिकंजा कसने का बड़ा फैसला लिया है। अब पीसीआर वैन (प्रखर) और स्थानीय थाना पुलिस को भी प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों का चालान करने का अधिकार दिया गया है।
प्रखर वैन और थाना पुलिस की भूमिका
दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए नई रणनीति अपनाते हुए पीसीआर की 88 प्रखर वैन और स्थानीय थाना पुलिस को चालान मशीनों से लैस किया है। हर पीसीआर वैन में एक ट्रैफिक पुलिसकर्मी और स्थानीय पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। अब ये टीमें दिल्ली के विभिन्न मार्गों पर ग्रेप-4 के नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर कार्रवाई करेंगी।
सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद कड़ा कदम
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर गंभीर चिंता जताते हुए दिल्ली पुलिस को सख्त निर्देश दिए थे। इसके बाद पुलिस आयुक्त ने 15 जिला पुलिस कप्तानों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में सभी थानों को प्रदूषण नियंत्रण में शामिल करने के निर्देश दिए गए। साथ ही यह स्पष्ट कर दिया गया कि लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
चालान मशीनें और लॉगिन सिस्टम
थानों को चालान मशीनें उपलब्ध करा दी गई हैं। प्रत्येक मशीन का लॉगिन आईडी थानाध्यक्ष के नाम से बनाया गया है। प्रत्येक थाने को उसके क्षेत्रफल और आवश्यकताओं के अनुसार एक या दो चालान मशीनें दी गई हैं।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए उठाए गए अन्य कदम
1. स्थायी पिकेट का गठन: दिल्ली के प्रमुख मार्गों और बॉर्डरों पर प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को रोकने के लिए स्थायी पिकेट स्थापित की गई हैं।
2. दिल्ली बॉर्डर पर निगरानी: सभी 58 बॉर्डरों पर नियमित ट्रैफिक पुलिस के साथ-साथ यातायात की विशेष टीमें भी तैनात की गई हैं।
3. पीसीआर वैन की तैनाती: पीसीआर पुलिस उपायुक्त पंकज सिंह ने 88 प्रखर वैन की तैनाती के लिए प्रदूषण हॉटस्पॉट चिन्हित किए हैं।
4. प्रशिक्षण कार्यक्रम: यातायात पुलिसकर्मी स्थानीय पुलिस को चालान मशीन चलाने और प्रदूषण नियंत्रण के नियमों पर प्रशिक्षण दे रहे हैं।
प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर कड़ी कार्रवाई
विशेष पुलिस आयुक्त (यातायात) अजय चौधरी ने कहा, “दिल्ली यातायात पुलिस प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर हर संभव कार्रवाई कर रही है। अब स्थानीय थाना पुलिस और पीसीआर वैन को भी चालान करने का अधिकार दिया गया है ताकि प्रदूषण नियंत्रण के प्रयासों को तेज किया जा सके।”
प्रशासन और जनता की जिम्मेदारी
दिल्ली पुलिस द्वारा उठाए गए इस कदम का उद्देश्य केवल चालान काटना नहीं है, बल्कि प्रदूषण को नियंत्रित करना है। प्रशासन की ओर से किए जा रहे इन प्रयासों को तभी सफल बनाया जा सकता है जब जनता भी अपनी जिम्मेदारी समझे। वाहन चालकों को प्रदूषण मानकों का पालन करना चाहिए और खराब वाहनों को सड़कों पर चलाने से बचना चाहिए।
समाज की भूमिका और जागरूकता की आवश्यकता
1. प्रदूषण मानकों का पालन: वाहन मालिकों को अपने वाहनों का नियमित प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र (PUC) बनवाना चाहिए।
2. जागरूकता अभियान: सामाजिक संगठनों और स्थानीय प्रशासन को मिलकर प्रदूषण नियंत्रण के लिए जागरूकता फैलानी चाहिए।
3. समय पर शिकायत: यदि कोई प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधि देखी जाए, तो उसकी सूचना पुलिस या प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को दी जानी चाहिए।
निष्कर्ष
दिल्ली पुलिस द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के लिए उठाए गए ये कदम सही दिशा में बड़ा और प्रभावी प्रयास हैं। अब पीसीआर वैन और स्थानीय पुलिस की सक्रियता से प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। यह निर्णय प्रदूषण पर नियंत्रण लगाने और सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणियों का पालन करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
रिपोर्ट: स्वदेश प्रेम
(सम्पर्क: info@swadeshprem.com)