दिल्ली के खजूरी खास चौक पर अवैध रेडी-पटरी का कब्जा: प्रशासन की चुप्पी से जनता परेशान
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स्वदेश प्रेम ,सावांदाता
दिल्ली, 27 नवंबर 2024
दिल्ली के थाना खजूरी खास के अंतर्गत खजूरी चौक पर अवैध रेडी-पटरी के अतिक्रमण ने स्थानीय निवासियों और राहगीरों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। थाने से चंद कदम की दूरी पर हो रही इस अवैध गतिविधि पर प्रशासन और पुलिस की चुप्पी ने सवाल खड़े कर दिए हैं।
अवैध वसूली का आरोप
सूत्रों के अनुसार, खजूरी चौक पर रेडी-पटरी लगाने वालों से प्रति महीने 2000 से 3000 रुपये तक की वसूली की जाती है। इस वसूली के पीछे स्थानीय दबंगों नईम, अरुण पंडित और अकरम के नाम सामने आ रहे हैं। आरोप है कि यह सब स्थानीय बीट अफसरों के संरक्षण में हो रहा है।
इतना ही नहीं, खजूरी चौक पर इको वैन और फटफट सेवा चालकों से भी सड़क पर चलने की अनुमति के नाम पर मोटी रकम ली जाती है। इस अवैध वसूली से न केवल स्थानीय निवासी बल्कि वाहन चालक और राहगीर भी परेशान हैं।
यातायात जाम और गंदगी की समस्या
रेहड़ी-पटरी के अतिक्रमण के कारण चौक पर हर समय यातायात जाम लगा रहता है। गाड़ियों की आवाजाही बाधित हो रही है, जिससे एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसी आपातकालीन सेवाओं पर भी असर पड़ रहा है। इसके अलावा, जगह-जगह फैली गंदगी से इलाके में अस्वच्छता का माहौल बना हुआ है।
असुरक्षा और प्रशासन की उदासीनता
स्थानीय निवासियों ने बताया कि रात के समय इलाके में असुरक्षा का माहौल रहता है। कुछ रेडी-पटरी वाले और वसूली करने वाले लोग आपराधिक गतिविधियों में भी लिप्त बताए जा रहे हैं। प्रशासन और पुलिस की चुप्पी से यह समस्या और गंभीर हो गई है।
थाना खजूरी खास और संबंधित अधिकारियों की भूमिका
स्थानीय लोगों का कहना है कि थाना खजूरी खास और बीट अफसर इस अवैध गतिविधि को रोकने में पूरी तरह असफल रहे हैं। आरोप है कि बीट अफसर और दबंग व्यक्तियों की मिलीभगत के कारण यह अतिक्रमण लंबे समय से जारी है।
कार्रवाई की मांग
स्वदेश प्रेम, राष्ट्रीय साप्ताहिक समाचार पत्र, निम्नलिखित मांग करता है:
1. उच्चस्तरीय जांच: खजूरी चौक पर हो रही अवैध रेडी-पटरी और वसूली की निष्पक्ष जांच की जाए।
2. दोषियों पर कड़ी कार्रवाई: नईम, अरुण पंडित, अकरम और अन्य संबंधित लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
3. प्रशासन और पुलिस की जवाबदेही: थाना खजूरी खास के अधिकारियों और बीट अफसरों की भूमिका की जांच कर उनकी जिम्मेदारी तय की जाए।
4. अतिक्रमण हटाने का अभियान: खजूरी चौक से रेडी-पटरी का अतिक्रमण हटाने के लिए सख्त कार्रवाई की जाए।
5. जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना: चौक पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाया जाए।
समाज की भूमिका
सामाजिक संगठनों और स्थानीय निवासियों को भी इस समस्या के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। प्रशासन और संबंधित विभागों को पत्र लिखकर अवैध वसूली और अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की मांग करनी चाहिए।
निष्कर्ष
खजूरी चौक पर हो रही यह अवैध गतिविधि न केवल स्थानीय लोगों के जीवन को प्रभावित कर रही है, बल्कि प्रशासन और पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर रही है। यदि इस समस्या को समय रहते नहीं रोका गया, तो यह एक बड़ी सामाजिक और कानूनी चुनौती बन सकती है।
रिपोर्ट: स्वदेश प्रेम टीम
(सम्पर्क: info@swadeshprem.com)
@MDishaen