खजूरी चौक: भ्रष्टाचार और कानून की अनदेखी का केंद्र, कौन लेगा जिम्मेदारी?
1 min readस्वदेश प्रेम ,सावांदाता
दिल्ली के खजूरी खास क्षेत्र का खजूरी चौक अवैध अतिक्रमण और बिना परमिट चलने वाले वाहनों के कारण लापरवाही और भ्रष्टाचार का शिकार हो चुका है। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस और वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों के बावजूद स्थानीय पुलिस, ट्रैफिक विभाग, और एमसीडी की निष्क्रियता सवालों के घेरे में है।
अवैध गतिविधियां और अनदेखी:
• फटफट सेवा और यूपी 14 के ऑटो: बिना परमिट इन वाहनों का संचालन नियमों का खुला उल्लंघन है।
• अवैध अतिक्रमण: खजूरी चौक पर रेडी-पटरी का कब्जा है, जिससे यातायात बाधित हो रहा है।
• हादसे: इन कारणों से आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं।
जिम्मेदार विभागों की भूमिका:
@DelhiPolice, @MCD_Delhi, और @dtptraffic के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार और लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। इनकी मिलीभगत के कारण अतिक्रमण हटाने और यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करने की कार्रवाई नहीं हो रही।
सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस की अवहेलना:
अतिक्रमण और अवैध वाहनों पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने कड़े दिशानिर्देश जारी किए हैं, लेकिन इनका पालन न करना दिल्ली के प्रशासनिक तंत्र की विफलता को दर्शाता है।
जनता की मांग:
स्थानीय नागरिकों ने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है। वरिष्ठ अधिकारियों को इस पर तत्काल ध्यान देना चाहिए। अवैध गतिविधियों को रोकने और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कठोर कार्रवाई की आवश्यकता है।
निष्कर्ष:
खजूरी चौक पर भ्रष्टाचार और लापरवाही से जनता की जान को खतरा बढ़ रहा है। यदि सभी जिम्मेदार विभाग तुरंत कार्रवाई नहीं करते, तो यह समस्या और गंभीर रूप ले सकती है।