स्वदेश प्रेम न्यूज़ चैनल की खास पेशकश: श्रीराम कॉलोनी वार्ड 246 के सामाजिक कार्यकर्ता वलीम जावेद से खास बातचीत
1 min readस्वदेश प्रेम न्यूज़ चैनल की खास पेशकश: श्रीराम कॉलोनी वार्ड 246 के सामाजिक कार्यकर्ता वलीम जावेद से खास बातचीत
रिपोर्टर: सबा खान
श्रीराम कॉलोनी वार्ड 246 के प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता वलीम जावेद ने समाज के लिए अपने निस्वार्थ कार्यों से एक मिसाल कायम की है। गरीबों को भोजन उपलब्ध कराना, बीमारों को अस्पताल पहुंचाना और अन्य जरूरतमंदों की मदद करना, उनके रोजमर्रा के कार्यों में शामिल है। स्वदेश प्रेम न्यूज़ चैनल ने हाल ही में उनसे खास बातचीत की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश:
सवाल-जवाब का सिलसिला
रिपोर्टर: वलीम जावेद साहब, आप वर्षों से समाजसेवा कर रहे हैं। इस प्रेरणा का स्रोत क्या है, और आपको इस कार्य की शुरुआत करने का ख्याल कैसे आया?
वलीम जावेद: मैं शुरू से ही लोगों की मदद करना चाहता था। मेरे घर में हमेशा यह सिखाया गया कि दूसरों की मदद करना सबसे बड़ा पुण्य है। एक बार मैंने एक गरीब परिवार को सड़क पर भूखा देखा, और तभी मैंने ठान लिया कि जो भी मुझसे बन पड़ेगा, मैं करूंगा। आज यह मेरा जीवन का मकसद बन चुका है।
रिपोर्टर: आप अक्सर बीमारों को अस्पताल पहुंचाने और उनके इलाज में मदद करने के लिए जाने जाते हैं। इसके पीछे क्या सोच है?
वलीम जावेद: अस्पताल में अक्सर गरीब मरीजों को सही इलाज नहीं मिल पाता। उनकी मदद के लिए मैं हमेशा तैयार रहता हूं। अगर कोई मरीज मेरे पास आता है, तो मैं हरसंभव कोशिश करता हूं कि उसे सही समय पर इलाज मिले। यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं अपने वार्ड के हर व्यक्ति को स्वास्थ्य सेवाएं दिलाने में मदद करूं।
रिपोर्टर: भुखमरी जैसी समस्याओं पर आपका ध्यान विशेष रूप से रहता है। इस दिशा में आप क्या प्रयास कर रहे हैं?
वलीम जावेद: मैं हर महीने अपने साथियों के साथ मिलकर एक भोजन वितरण अभियान चलाता हूं। इसमें हम जरूरतमंद लोगों को खाना खिलाने का काम करते हैं। साथ ही, मैंने कुछ संस्थाओं के साथ मिलकर ऐसा सिस्टम बनाया है जिससे भोजन की बर्बादी रोकी जा सके। मेरा मानना है कि कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए।
रिपोर्टर: समाजसेवा में आने वाली चुनौतियों को आप कैसे संभालते हैं?
वलीम जावेद: चुनौतियां तो हर जगह होती हैं। कई बार संसाधनों की कमी होती है, लेकिन मैं हिम्मत नहीं हारता। दोस्तों, समाज और कुछ संगठनों का भरपूर सहयोग मिलता है, जिससे मैं अपना काम जारी रख पाता हूं। मेरे लिए सबसे बड़ा इनाम लोगों की मुस्कान है।
रिपोर्टर: आप अपने वार्ड और समाज के लिए कोई खास संदेश देना चाहेंगे?
वलीम जावेद: मेरा सभी से यही कहना है कि एकजुट होकर समाज को बेहतर बनाने में अपना योगदान दें। हर छोटी मदद भी किसी के लिए बड़ी राहत बन सकती है। अगर हम सभी मिलकर काम करें, तो कोई समस्या इतनी बड़ी नहीं है कि सुलझाई न जा सके।
रिपोर्टर की टिप्पणी:
वलीम जावेद जैसे सामाजिक कार्यकर्ता हमारे समाज के सच्चे नायक हैं। उनका समर्पण और निस्वार्थ सेवा हमें सिखाती है कि छोटे प्रयास भी बड़े बदलाव ला सकते हैं।