दिल्ली पुलिस की सूझबूझ और बहादुरी से बड़ा अपराधी गिरफ्तार, हत्या के प्रयास का मामला सुलझा
1 min readस्वदेश प्रेम, सावांदाता
दिनांक: 30 नवंबर 2024
दिल्ली पुलिस की सूझबूझ और बहादुरी से बड़ा अपराधी गिरफ्तार, हत्या के प्रयास का मामला सुलझा
दिल्ली के उत्तर-पूर्व जिले में अपराध पर लगाम कसने के लिए पुलिस की कड़ी कार्रवाई एक बार फिर चर्चा में है। थाना न्यू उस्मानपुर के बीसी (बदमाश चार्टर्ड) मोहम्मद आदिल, जो 27 मामलों में वांछित था, को आज यमुना खादर इलाके में एक साहसी और सुनियोजित ऑपरेशन के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया। इस ऑपरेशन में पुलिस की सूझबूझ और बहादुरी की मिसाल देखने को मिली।
घटना का विवरण :
29 नवंबर 2024 की शाम को हेड कांस्टेबल आज़ाद अख्तर क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। उसी दौरान उन्होंने एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा, जो बाद में न्यू उस्मानपुर के कुख्यात अपराधी मोहम्मद आदिल के रूप में पहचाना गया। पूछताछ के लिए उसे गौतम विहार पुलिस बूथ ले जाया गया।
हालांकि, आदिल का भाई ‘बावला’, जो खुद भी एक अपराधी है, 3-4 महिलाओं के साथ वहां पहुंचा। उन्होंने पुलिस बूथ में हंगामा किया, हेड कांस्टेबल आज़ाद अख्तर पर हमला कर उनकी वर्दी फाड़ दी। इसी बीच, आदिल ने तेजधार हथियार से आज़ाद अख्तर पर हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। इसके बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। घायल पुलिसकर्मी को तत्काल जेपीसी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस की सूझबूझ और बहादुरी से ऑपरेशन सफल :
30 नवंबर को विशेष स्टाफ और थाना न्यू उस्मानपुर को गुप्त सूचना मिली कि आरोपी आदिल यमुना खादर के जंगलों में छिपा हुआ है और उसके पास घातक हथियार हैं। सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर धीरज के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम में एसआई पवन मलिक, एएसआई राजीव त्यागी, एएसआई अमित त्यागी, हेड कांस्टेबल सचिन, अमित, प्रदीप, सुशील, आमिर, कांस्टेबल सुमित और रोबिन शामिल थे।
टीम ने एसीपी/ऑप्स की निगरानी और डीसीपी उत्तर-पूर्व जिले राकेश पवेरिया के नेतृत्व में जंगल क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। मुठभेड़ के दौरान आदिल ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई करते हुए दो गोलियां चलाईं, जिनमें से एक गोली आदिल के दाहिने पैर में लगी। घायल अपराधी को तुरंत पकड़ लिया गया।
बरामदगी और कानूनी कार्रवाई :
पुलिस ने आरोपी के पास से एक अर्ध-स्वचालित पिस्तौल और एक कारतूस बरामद किया। घायल अपराधी को इलाज के लिए जीटीबी अस्पताल ले जाया गया।
पुलिस टीम की बहादुरी की सराहना :
इस पूरे ऑपरेशन में पुलिस टीम ने जिस सूझबूझ और बहादुरी का प्रदर्शन किया, वह काबिले-तारीफ है। इंस्पेक्टर धीरज और उनकी टीम ने बिना किसी नागरिक को नुकसान पहुंचाए, अत्यधिक सतर्कता के साथ आरोपी को गिरफ्तार किया। यह साबित करता है कि दिल्ली पुलिस न केवल अपराध को रोकने में बल्कि अपराधियों को पकड़ने में भी पूरी तरह सक्षम है।
आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड :
मोहम्मद आदिल, उम्र 35 वर्ष, पहले से ही हत्या के प्रयास, डकैती, जबरन वसूली, शस्त्र अधिनियम और जुआ अधिनियम के 27 मामलों में वांछित था।