मिलेट्स रेसिपी एवं उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम: एक सार्थक पहल
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स्वदेश प्रेम ब्यूरो, उत्तर प्रदेश, रमज़ान अली
परिचय:
कृषि विभाग द्वारा जिला पंचायत सभागार, गोंडा में मिलेट्स रेसिपी एवं उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल मिलेट्स के पोषण संबंधी महत्व को उजागर करना था, बल्कि किसानों को इसके उत्पादन और उपभोक्ताओं को इसके उपयोग के प्रति जागरूक करना भी था।
कार्यक्रम का शुभारंभ और प्रमुख वक्ता:
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य राजस्व अधिकारी महेश प्रकाश द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम मिश्र उपस्थित रहे, जिन्होंने कृषि विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और किसानों को अधिक से अधिक लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
मुख्य राजस्व अधिकारी ने मिलेट्स फसलों के पोषण महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इनका उपयोग कुपोषण से निपटने में सहायक हो सकता है। उन्होंने किसानों से मिलेट्स की खेती को अपनाने की अपील की।
मिलेट्स की खेती और पोषण संबंधी जानकारी:
उप कृषि निदेशक प्रेम कुमार ठाकुर ने मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम के विभिन्न घटकों पर चर्चा की और किसानों को इससे होने वाले लाभों से अवगत कराया। कृषि विज्ञान केंद्र, मनकापुर के वैज्ञानिक डॉ. राम लखन सिंह ने मिलेट्स उत्पादन की तकनीक पर प्रकाश डाला, वहीं कृषि विज्ञान केंद्र, गोपालग्राम की वैज्ञानिक डॉ. ममता त्रिपाठी ने मिलेट्स की तुलना गेहूं और चावल से करते हुए इसके पोषण मूल्य की जानकारी दी।
डॉ. चंद्रदेव मणि त्रिपाठी ने मिलेट्स फसलों के व्यावसायिक और स्वास्थ्य लाभों की जानकारी दी, जबकि जिला गन्ना अधिकारी सुनील कुमार सिंह ने गन्ना विभाग की योजनाओं की जानकारी दी। एलबीएस पीजी कॉलेज की प्रवक्ता डॉ. रेखा शर्मा और बीटीएम सत्य प्रकाश तिवारी ने भी मिलेट्स के पोषक महत्व पर चर्चा की।
मिलेट्स रेसिपी प्रतियोगिता:
इस कार्यक्रम का एक प्रमुख आकर्षण “मिलेट्स रेसिपी प्रतियोगिता” रही, जिसमें तीन अलग-अलग समूहों ने भाग लिया। बेकर्स समूह, स्वयं सहायता समूह, और छात्र समूह में प्रतिभागियों ने मिलेट्स से बने व्यंजनों की प्रस्तुति दी। विभिन्न श्रेणियों में प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और ट्रॉफी प्रदान की गई।
कृषि स्टाल एवं समापन:
कार्यक्रम के दौरान कई प्रतिष्ठानों द्वारा अपने स्टाल लगाए गए, जहां किसानों ने उपयोगी जानकारी प्राप्त की। अंत में, जिला कृषि अधिकारी डॉ. प्रेम कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।
निष्कर्ष:
मिलेट्स रेसिपी एवं उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम न केवल किसानों के लिए बल्कि आम उपभोक्ताओं के लिए भी अत्यंत लाभकारी रहा। इस तरह के आयोजनों से न केवल पोषण संबंधी जागरूकता बढ़ती है, बल्कि पारंपरिक कृषि पद्धतियों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ने का अवसर भी मिलता है। कृषि विभाग द्वारा किया गया यह प्रयास निश्चित रूप से किसानों को नई दिशा देने वाला साबित होगा।