गणतंत्र दिवस पर बच्चों का रंगारंग प्रदर्शन: शिक्षा, संस्कृति और समर्पण का अनूठा समारोह
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शान मोहम्मद सिद्दीकी
गरिमा गार्डन स्थित नंबर 1 पब्लिक स्कूल में गणतंत्र दिवस समारोह
गणतंत्र दिवस पर बच्चों का रंगारंग प्रदर्शन: शिक्षा, संस्कृति और देशभक्ति का अनूठा संगम
देशभक्ति गीत, नृत्य और नाटक ने जगाई देशप्रेम की भावना
गरीब और असहाय बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने का गुफरान मलिक का सराहनीय प्रयास
देशभक्ति और उत्साह से भरा हुआ गणतंत्र दिवस का पर्व इस बार गरिमा गार्डन के दयानंद मार्केट स्थित नंबर 1 पब्लिक स्कूल में बेहद खास रहा। स्कूल के बच्चों ने अपने प्रतिभाशाली प्रदर्शन और रचनात्मकता से इस आयोजन को यादगार बना दिया। देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत इस कार्यक्रम ने हर किसी के दिल में गर्व का भाव जगाया।
राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान से हुआ शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत स्थानीय निगम पार्षद और स्कूल के संस्थापक गुफरान मलिक द्वारा ध्वजारोहण और राष्ट्रगान के साथ हुई। इस खास अवसर पर बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों ने मिलकर भारत की गौरवशाली परंपराओं को नमन किया। गुफरान मलिक ने अपने प्रेरणादायक शब्दों में बच्चों और समाज को शिक्षा के महत्व को समझाते हुए कहा, “हमारा उद्देश्य हर बच्चे को शिक्षा का अधिकार दिलाना है। कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहना चाहिए।”
बच्चों का रंगारंग और प्रेरक प्रदर्शन
इस आयोजन में बच्चों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं। छोटे बच्चों ने “सारे जहाँ से अच्छा” और “वंदे मातरम्” जैसे देशभक्ति गीतों पर नृत्य कर हर किसी का दिल जीत लिया। वहीं, बड़े बच्चों ने स्वतंत्रता संग्राम के वीरों पर आधारित एक प्रेरक नाटक प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन की गाथा को जीवंत कर दिया। इसके अलावा, बच्चों ने कविताओं और भाषणों के माध्यम से देश के प्रति अपने विचार व्यक्त किए।
हर प्रस्तुति में बच्चों का आत्मविश्वास और मेहनत साफ झलक रही थी। अभिभावकों ने न केवल बच्चों की प्रशंसा की, बल्कि यह भी महसूस किया कि इस तरह के आयोजन बच्चों में आत्मविश्वास और देशभक्ति की भावना को मजबूत करते हैं।
शीर्ष प्रदर्शन करने वाले बच्चों को सम्मानित किया गया
कार्यक्रम के अंत में बच्चों की प्रतिभा को प्रोत्साहन देने के लिए उन्हें शील्ड और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि गुफरान मलिक ने बच्चों को पुरस्कृत करते हुए कहा, “इन बच्चों में देश का उज्ज्वल भविष्य छिपा है। ऐसे कार्यक्रम बच्चों को अपने भीतर छिपी प्रतिभा को निखारने का अवसर देते हैं।”
शिक्षा और समाज के प्रति गुफरान मलिक का योगदान
गुफरान मलिक द्वारा स्थापित नंबर 1 पब्लिक स्कूल केवल एक शिक्षण संस्थान नहीं है, बल्कि यह समाज के प्रति समर्पण का प्रतीक है। यहां गरीब और असहाय बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाती है, ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। स्कूल में आधुनिक शिक्षण पद्धति के साथ-साथ बच्चों के समग्र विकास के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं।
गुफरान मलिक ने कहा, “हमारा लक्ष्य हर बच्चे को शिक्षा प्रदान करना है, चाहे उनकी आर्थिक स्थिति कैसी भी हो। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर बच्चे को बेहतर शिक्षा और अवसर मिले।”
समाज और शिक्षा को जोड़ने का प्रयास
इस गणतंत्र दिवस कार्यक्रम ने न केवल बच्चों की प्रतिभा को उजागर किया, बल्कि यह भी साबित किया कि शिक्षा, संस्कार और समाज एक-दूसरे के पूरक हैं। ऐसे आयोजन बच्चों में आत्मविश्वास और नेतृत्व कौशल को बढ़ाते हैं। यह कार्यक्रम न केवल एक उत्सव था, बल्कि समाज में शिक्षा के महत्व को बढ़ावा देने वाला एक महत्वपूर्ण कदम भी था।
समारोह का समापन और संदेश
कार्यक्रम के समापन पर गुफरान मलिक और स्कूल प्रबंधन ने सभी बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन न केवल बच्चों को प्रोत्साहित करते हैं, बल्कि समाज में शिक्षा और जागरूकता की नई लहर भी पैदा करते हैं।
स्वदेश प्रेम न्यूज चैनल की विशेष रिपोर्ट